बच्ची का शव हादसे से 100 किलोमीटर दूर नहर में सामाणा गांव के पास मिला। इससे पहले 5 शव घटना के दिन निकाल लिए गए थे। वहीं, शनिवार को भी एक बच्ची का शव मिला था। शव की शिनाख्त गुड़िया के हाथ में पहने हुए कड़े के आधार पर की गई। शव के मिलने की सूचना पर रिश्तेदार विक्रम सामोता और रामवतार पंजाब के लिए रवाना हो गए हैं।
डॉ. सतीश पूनिया के मामा गिरधारी सिंह निठारवाल ने बताया कि गोताखोरों ने शव मिलने की सूचना पंजाब पुलिस को दी थी। पंजाब पुलिस ने उन्हें शव की फोटो भेजी। जिस पर गुड़िया के हाथों में पहने हुए कड़े के आधार पर पहचान की गई।
इसके साथ ही देवंदा परिवार की आशा भी समाप्त हो गई। परिवार सदमे में है। देवंदा परिवार मान रहा था कि भगवान कोई चमत्कार कर देगा, शायद किसी ने उसे बचा लिया होगा। पंजाब पुलिस से मिली फोटो देखते ही पूरा परिवार टूट गया।
हिमाचल टूर पर गए थे दोनों परिवार
सीकर के रींगस CHC में कार्यरत हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सतीश कुमार पूनियां, उनकी पत्नी सरिता पूनियां, बेटा राजा उर्फ दक्ष (14), बेटी राजवी (2) पूनियां का साला राजेश देवंदा (35), राजेश की पत्नी रीना और राजश्री (4) छुटि्टयां मनाने हिमाचल टूर पर गए थे।
18 अप्रैल को लौटते समय उनकी कार को बस ने टक्कर मार दी। इससे कार भाखड़ा नहर में गिर गई थी। घटना के दिन सतीश, सरिता, राजा, राजेश और रीना के शव नहर से निकाल लिए गए थे। वहीं सतीश की बेटी राजवी का शव शनिवार को निकाला गया। वहीं, 4 साल की बेटी राजश्री का शव रविवार को मिला।
